शराब

साकी, दो जाम शराब के पि लेने दे,
घडी दो घडी, गमो को भूल लेने दे |

रोता रहता हूँ,
रोता रहता हूँ, यों तो में हर वक्त,
चंद लम्हों के लिए ही सही,
मस्ती में झूम लेने दे |

साकी, दो जाम शराब के पि लेने दे,
घडी दो घडी, गमो को भूल लेने दे |

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

आशिक

हिमाकत